भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
साँचा:KKEkMoti
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:11, 25 मई 2010 का अवतरण
एक काव्य मोती : निर्वाण षडकम |
निर्विकल्प आकार विहीना, मुक्ति, बंध- बंधन सों हीना |
dfgfg