भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
कविता / महेंद्रसिंह जाडेजा
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:01, 13 सितम्बर 2010 का अवतरण
एक हृदय से
दूसरे हृदय तक पहुँचे
वह कविता ।
तुमने
गुलाब की व्याख्या की
और
गुलाब खो बैठे,
कविता की व्याख्या की
और कविता....
मूल गुजराती भाषा से अनुवाद : क्रान्ति