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अफसर / केदारनाथ अग्रवाल
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जब मैंने आइसक्रीम होटल में खाकर भी
दाम नहीं दिए और घर चला गया
तब मैं एक सबसे बड़ा अफसर था
मुफ़्त माल खाने का आदी था।
रचनाकाल: २३-०९-१९६१