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जलम भौम !/ कन्हैया लाल सेठिया
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कोनी म्हारी
सींवां पर हिमाळो,
आंगणियैं गंगा‘र जमना
वनां में चनण‘र देवदार
बाड़यां में काजू‘र केवड़ा
म्हारी सींवां पर है
जुझारां री देवळयां
लोही स्यूं तिरपत आंगणियूं
केषरिया बानां पहर्यां रोहिड़ा
जौहर रा साखी फोग‘र खैजड़ा !