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पिता आप / संतोष मायामोहन
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पिता आप
आप ही मां जाए भाई
आप ही मेरी भाभी के घर-
बालक ।
आप स्थिर
युगों-युगों से मेरे पिता
दूध चूंघते मेरी भाभी के स्तनों !
अनुवाद : नीरज दइया