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रास्ता चलते
यूँ ही
अचानक अहसास होता है
अपने मुस्कराने का
पागल समझते होंगे
लोगबाग मुझे
मुस्कराहट और बढ़ जाती है
इस एहसास के साथ ।
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रास्ता चलते
यूँ ही
अचानक अहसास होता है
अपने मुस्कराने का
पागल समझते होंगे
लोगबाग मुझे
मुस्कराहट और बढ़ जाती है
इस एहसास के साथ ।