गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 7 मई 2008, at 19:55
अब नई नई माँ / हेमन्त शेष
अनिल जनविजय
(
चर्चा
|
योगदान
)
द्वारा परिवर्तित 19:55, 7 मई 2008 का अवतरण
(New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हेमन्त शेष |संग्रह=अशुद्ध सारंग / हेमन्त शेष }} अब नई-नई ...)
(अंतर) ← पुराना अवतरण |
वर्तमान अवतरण
(
अंतर
) |
नया अवतरण →
(
अंतर
)
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
हेमन्त शेष
»
अशुद्ध सारंग
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
अब नई-नई माँ
रसोई घर में परेशान नहीं।
आदत बन जाने पर
विपन्नता भी
जीवन-शैली हो जाती है।