आ जा तुझको पुकारें मेरे गीत रे, मेरे गीत रे
ओ मेरे मितवा, मेरे मीत रे, आजा ...
नाम न जानूं तेरा देश न जानूं
कैसे मैं भेजूं सन्देश न जानूं
ये फूलों की ये झूलों की, रुत न जाये बीत रे
आजा तुझको ...
तरसेगी कब तक प्यासी नज़रिया
बरसेगी कब मेरे आँगन बदरिया
तोड़ के आजा छोड़ के आजा, दुनिया की हर रीत रे
आजा तुझको ...