♦ रचनाकार: ईसुरी
इन पै लगे कुलरियाँ घालन, भैया मानस पालन
इन्हें काटबो न चइयत तौ, काट देत जो कालन
ऎसे रूख भूँख के लानें, लगवा दये नंद लालन
जे कर देत नई सी ईसुर, मरी मराई खालन ।
इन पै लगे कुलरियाँ घालन, भैया मानस पालन
इन्हें काटबो न चइयत तौ, काट देत जो कालन
ऎसे रूख भूँख के लानें, लगवा दये नंद लालन
जे कर देत नई सी ईसुर, मरी मराई खालन ।