Last modified on 3 मई 2020, at 16:45

कहाँ खोजूँ / नोर्देन रुम्बा

Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:45, 3 मई 2020 का अवतरण (' {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= नोर्देन रुम्बा |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

कहाँ खोजुँ कहाँ साईराम
कहाँ गयौ मेरो राम !
जगतरूपी केही क्षणको पारी
सुखदुःखको एक रात काटी जानु छ भोलि अन्तै कता
के हुन्छ यो धन, के छ र नाम
कहाँ गयौ मेरो नाम !
 
अग्निकुण्ड यो रागद्वेषको
जीवन सपना एक निमेषको
खरानी हुन्छ फेरि खरानी
के हुन्छ सलाम, के छ इनाम
कहाँ छ मेरो नाम !