Last modified on 30 अप्रैल 2008, at 19:08

मायने बदल जाएंगे / हेमन्त शेष

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:08, 30 अप्रैल 2008 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हेमन्त शेष |संग्रह=अशुद्ध सारंग / हेमन्त शेष }} मायने बद...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मायने बदल जाएंगे

फूलों के

आयु के साथ

तब न होगा

सन्ताप

न चाह

कि बेसाख़्ता तोड़ लें

वृक्ष से

एक ख़ुशी

और इस बात को

तत्काल भूल जाएँ