बातों बातों में आज हम किस मुकाम पर आ गए
देखो, राम जी कैसे एक पूरी कौम पर छा गए
इन्सान कुशी का सिलसिला हिन्द में जो शुरू हुआ
देख उसे चंगेज़ खाँ, हिटलर, मुसोलिनी शरमा गए
नस्ली दरिन्दे और शैतान अट्टाहस पर अट्टाहस करें
हैवानों की गिरफ़्त में अब हिन्दुस्तानी भी आ गए
(2002)