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दूरी / महमूद दरवेश / दुष्यन्त
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दूऽऽऽर,
आख़िर कितना दूर है ?
वहाँ
पहुँचने के
कितने रास्ते हैं ?
हम चलते हैं,
चलते जाते हैं
मायनों की तरफ़
पर कभी नहीं पहुँचते..!
अँग्रेज़ी से अनुवाद : दुष्यन्त