Category:मूल राजस्थानी भाषा
			म्हैं कैवू - दिन 
थूं रात नै दिन मानै
म्हैं कैवू - रात 
थूं दिन नै रात मानै
म्हारै अर थारै बिचाळै प्रेम है
प्रेम ई कर सकै- 
साच साम्हीं हरेक नै आंधो।