भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम.. /भजन
Kavita Kosh से
Adiya (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 00:34, 27 सितम्बर 2008 का अवतरण (नया पृष्ठ: श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम.. लोग करें मीरा को यूँही बदनाम.. स...)
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम..
लोग करें मीरा को यूँही बदनाम..
सांवरे की बंसी को बजने से काम
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम.....
जमुना की लहरें बंसी बजती सैयां, किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैया
श्याम का दीवाना तो सारा ब्रिजधाम.................
लोग करें मीरा को यूँही बदनाम.....
सावरे की बंसी को बजने से काम
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम.....
कौन जाने बांसुरिया किसको बुलाये जिसके मन भाए वो तो उसी के गुण गाए....
कौन नहीं बंसी की धुन का गुलाम....
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम...
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम..
लोग करें मीरा को यूँही बदनाम.....