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शब्द / कर्म / गिरधर राठी

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वक़्त आया तो हम ने भी किए सीधे सवाल :

किस ने दिया तुम्हें हक़?

किस ने?

किस ने? !!!


हम ने किए सीधे सवाल दर सवाल दर सवाल


...


शब्द थे

हैं

होंगे हमारे सवाल

भरे-पूरे, कटख़ने तीते

तर्क के, रोष के, इंसानी हुमस के

शब्द

लेकिन निरे शब्द


तने कसे रुंधे मुक्त शब्द

शब्दहीन हो कर भी

शब्द

निपट शब्द...