भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

पहाड़ पेड़ पगडण्डी / शीन काफ़ निज़ाम

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:38, 22 अगस्त 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शीन काफ़ निज़ाम }} {{KKCatNazm}} <poem> पहाड़ों की बुलन्दी पर ...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

पहाड़ों की बुलन्दी पर
बनती पगडण्डियाँ
मौसमों के आने जाने से

पेड़ों को तो मिट्टी रोकना है।