भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

चिड़िया / नवीन सागर

Kavita Kosh से
Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:08, 29 दिसम्बर 2009 का अवतरण (चिड़िया /नवीन सागर का नाम बदलकर चिड़िया / नवीन सागर कर दिया गया है)

यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बहुत ऊपर से लौटी
धरती पर पेड़ की खाली जगह में
पेड़ देखने
हर तरफ़ देखती हुई

धरती से उठी उसकी परछाईं
मँडराती घेरती उसे
दूर जाती हुई
नीरव अँधेरी ।