भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
तुलना / मृत्यु-बोध / महेन्द्र भटनागर
Kavita Kosh से
Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:52, 1 जनवरी 2010 का अवतरण (तुलना (मृत्यु-बोध) / महेन्द्र भटनागर का नाम बदलकर तुलना / मृत्यु-बोध / महेन्द्र भटनागर कर दिया गया है)
शिव में
शव में
अन्तर है मात्रा इकार का
(तीसरे वर्ण वार का।)
शिव —
मंगलकारी है
सुख झड़ता है !
शव —
अनिष्ट-सूचक
केवल सड़ता है !
शिव के तीन नेत्र हैं,
शव अंधा है !
कैसा गोरखधंधा है ?