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थारै बारणै / सांवर दइया

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लोग
कैद है कमरै में
कमरै में है कैमरै री कुबदां

कुमासणां नै कुण कैवै-
थारै बारणै ऊभी भोर सुहागण
उणरै सागै खुली हवा
थारै सागै रमण आई
   सोनचिड़ी !