नीचे दिये हुए पृष्ठ द्वार के पार / अमरेन्द्र से जुडते हैं:
देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)- अब भरोसा क्या किसी का / अमरेन्द्र (← कड़ियाँ)
- जब तुम्हारी यादों की मैं मस्तियाँ ले कर उठा / अमरेन्द्र (← कड़ियाँ)
- याराना जब पत्थर से / अमरेन्द्र (← कड़ियाँ)
- बस जमीं ही है नहीं, है आसमां मेरी ग़ज़ल / अमरेन्द्र (← कड़ियाँ)
- आज जो लगती फकीरों की दुआ मेरी ग़ज़ल / अमरेन्द्र (← कड़ियाँ)
- यह नहीं कि नाजो नखरा और नजाकत है ग़ज़ल / अमरेन्द्र (← कड़ियाँ)
- छुट्टी को मनाने में मुलुक मस्त-मस्त है / अमरेन्द्र (← कड़ियाँ)
- सहरा में खड़ा एक शजर देखते रहे / अमरेन्द्र (← कड़ियाँ)
- बाघ, भालू, भेड़ियों से सामना है / अमरेन्द्र (← कड़ियाँ)