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मैं नाव के पीछे खड़ा हूँ
और देख रहा हूँ
मैं पानी में कूद नहीं सकता
दुनिया बेहद ख़ूबसूरत है
मैं एक पुरुष हूँ आख़िर
मैं रो नहीं सकता
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मैं नाव के पीछे खड़ा हूँ
और देख रहा हूँ
मैं पानी में कूद नहीं सकता
दुनिया बेहद ख़ूबसूरत है
मैं एक पुरुष हूँ आख़िर
मैं रो नहीं सकता