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घड़ियाल / चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव

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नदी में पर्याप्त जल था
सीपों, मछलियों
और तमाम जलजीवों के लिए

पर घड़ियालों को चैन कहाँ
गटक गए
सबके हिस्से का पानी
अपने समुंदरसोख पेट में