इंतहा के आगे
और इंतहा
मुझे इतना ना सता
मुझे और न रुला
तू पहले भी थी बे-वफ़ा
तू आज भी है बे-वफ़ा
मुझे मिल गई है मुहब्बत की सज़ा ।
मूल पंजाबी से अनुवाद : अर्जुन निराला
इंतहा के आगे
और इंतहा
मुझे इतना ना सता
मुझे और न रुला
तू पहले भी थी बे-वफ़ा
तू आज भी है बे-वफ़ा
मुझे मिल गई है मुहब्बत की सज़ा ।
मूल पंजाबी से अनुवाद : अर्जुन निराला