Last modified on 20 फ़रवरी 2011, at 03:20

भोर / सांवर दइया

Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:20, 20 फ़रवरी 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= सांवर दइया |संग्रह=मनगत / सांवर दइया }} [[Category:मूल रा…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

भोर री बेळा
रसियै सूरज
चोरी-चुपकै सूं आय’र
कर नाख्यो
        आभो लाल
जाणै कोई बहनोई
होळी खेलण रै मिस
साळी रै गालां माथै
मसळ दी हुवै
        गुलाल ।