यह जो छूट गई थी
थैले में अपने समूह से
अभी-अभी अच्छी भली थी
अभी-अभी रूठ गई थी
एक भिण्डी ही तो थी ।
और एक भिण्डी की आबरू भी क्या
मुँह फेरते ही मर गई ।
यह जो छूट गई थी
थैले में अपने समूह से
अभी-अभी अच्छी भली थी
अभी-अभी रूठ गई थी
एक भिण्डी ही तो थी ।
और एक भिण्डी की आबरू भी क्या
मुँह फेरते ही मर गई ।