Last modified on 28 मार्च 2011, at 19:17

वसन्त / रघुवीर सहाय

Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:17, 28 मार्च 2011 का अवतरण

वही आदर्श मौसम
और मन में कुछ टूटता-सा :
अनुभव से जो जानता हूँ कि यह वसन्त है।

(1953)