Last modified on 22 जून 2007, at 01:22

मृत्यु / अनिल जनविजय

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 01:22, 22 जून 2007 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनिल जनविजय }} मृत्यु ने आलिंगन में बाँधा और चूमा मुझ...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


मृत्यु ने

आलिंगन में बाँधा

और चूमा मुझे कई बार


पर एक दफ़ा भी

उसने मुझसे

किया न सच्चा प्यार


(2000 में रचित)