Last modified on 1 मई 2011, at 15:28

स्थिति / केदारनाथ अग्रवाल

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:28, 1 मई 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल |संग्रह=कहें केदार खरी खरी / के…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

बिगड़े हैं लोग
और बिगड़ा है आचरण
रोके नहीं रुकता अपराधों का प्रजनन

रचनाकाल: २९-०४-१९६८