Last modified on 8 मई 2011, at 20:25

पृथ्वी सम्मेलन / नरेश मेहन

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:25, 8 मई 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नरेश मेहन |संग्रह=पेड़ का दुख / नरेश मेहन }} {{KKCatKavita}} <…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

आज
पहली बार
मेरे कमरे में
एक चिड़ी के बच्चे ने
चौंच खोली
मुझे यों लगा
कि मेरे शब्द
यह चूजा ले गया
और
पूछ रहा है
मेरा जन्म तो
पेड़ पर होना था
फिर क्यों हुआ
पंखे की डिब्बियां में?
क्या तुम्हारा
पृथ्वी सम्मेलन
इस पर कुछ सोचेगा?