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प्रक्रति चित्र / केदारनाथ अग्रवाल

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प्रक्रति चित्र

जिसने सोने को खोदा,
लोहा मोड़ा है
जो रवि के रथ का
घोड़ा है
वह जन मारे नहीं मरेगा