Last modified on 2 जुलाई 2007, at 17:13

गुफ़ा / कुमार अंबुज

Hemendrakumarrai (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 17:13, 2 जुलाई 2007 का अवतरण (New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कुमार अंबुज |संग्रह=किवाड़ / कुमार अंबुज }} शुरू होता ह...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


शुरू होता है यहाँ से
भय और अँधेरा

भय और अँधेरे को
भेदने की इच्छा भी

शुरू होती है
यहीं से।
(1987 में रचित)