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मा / रामेश्‍वर गोदारा ग्रामीण

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ऐन
टाबरपणौ तौ
म्हनै याद नी मा
पण कालै
म्हैं देखी
इण चैत री धुर तावड़ी
टिटूड़ी नै
अंडौ सेवता।