Last modified on 16 सितम्बर 2011, at 20:21

ख़त का तेरे, जवाब तुझे दे रहा हूं मैं / दिनेश त्रिपाठी 'शम्स'

Dinesh tripathi (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:21, 16 सितम्बर 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दिनेश त्रिपाठी 'शम्स' }} <poem> ख़त का तेरे जवाब तुझे …)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

ख़त का तेरे जवाब तुझे दे रहा हूं मैं ,
ग़ज़लों की इक किताब तुझे दे रहा हूं मैं .
ले करके आये तू जो अगर नींद कहीं से ,
तो फिर हसीन ख़्वाब तुझे दे रहा हूं मैं .
नफ़रत भी तूने दी मुझे तो दी हिसाब से ,
ले प्यार बेहिसाब तुझे दे रहा हूं मैं .
रखना संभालकर इसे अपनी किताब में ,
यादों का इक गुलाब तुझे दे रहा हूं मैं .
करना है ग़म ग़लत तो इसे झूम करके पी ,
उम्मीद की शराब तुझे दे रहा हूं मैं .