एक बोले
तो बाकी चुप !
ऐसा क्यों ?
एक चुनाव जीते
तो कुछ बोलें !
ऐसा क्यों ?
सड़क पर गर्मी
झेले सब
फिर भी कोई नहीं बोले !
कई मरेंगे
मारे जाएंगे
फिर बोलेंगे !
ऐसा क्यों ?
कवि कह गये रघुवीर सहाय
‘ वे और न होंगे जो मारे जाएंगे‘
फिर भी चुप !
ऐसा क्यों ?