आज
अचानक
पिता की तस्वीर को देखते हुए
मैंने मां के सामने स्वीकार किया-
कितने दिन बाद
इस तस्वीर को देर तक देखा है-
ऐसा नहीं है कि पिता स्मृति में नहीं रहे !
कभी उन्हें
अपने से अलग रख कर
मैंने सोचा ही कहां !
आज
अचानक
पिता की तस्वीर को देखते हुए
मैंने मां के सामने स्वीकार किया-
कितने दिन बाद
इस तस्वीर को देर तक देखा है-
ऐसा नहीं है कि पिता स्मृति में नहीं रहे !
कभी उन्हें
अपने से अलग रख कर
मैंने सोचा ही कहां !