कोई एक अक्षर बताओ
कोई रंग
कोई दिशा
किसी एक फूल का नाम लो
कोई एक धुन याद करो
कोई चिड़िया
कोई माह--जैसे वैशाख
खाने की किसी प्रिय चीज़ का नाम लो
कोई ख़बर दोहराओ
कोई विज्ञापन
कोई हत्या--जैसे नक्सलियों की
किसी एक जेल का नाम लो
कल तुम कहाँ होंगे
मालूम हो जाएगा
(रचनाकाल : 1979)