Last modified on 30 नवम्बर 2011, at 12:30

माया / दुष्यंत कुमार

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:30, 30 नवम्बर 2011 का अवतरण ("माया / दुष्यंत कुमार" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (बेमियादी) [move=sysop] (बेमियादी)))

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

दूध के कटोरे सा चाँद उग आया।
बालकों सरीखा यह मन ललचाया।
(आह री माया!
इतना कहाँ है मेरे पास सरमाया?
जीवन गँवाया!)