अपने दुःख को
कोई याद नहीं रखता मां
वह भी नहीं
जो
रचता है तुम्हें।
अनुवाद :- कुन्दन माली
अपने दुःख को
कोई याद नहीं रखता मां
वह भी नहीं
जो
रचता है तुम्हें।
अनुवाद :- कुन्दन माली