नीरज गोस्वामी
जन्म | 14 अगस्त 1950 |
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उपनाम | नीरज |
जन्म स्थान | जम्मू |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
नीरज गोस्वामी / परिचय |
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- ढूँढते हो कहाँ उसे हर सू / नीरज गोस्वामी
- हमेशा बात ये दिल ने कही है / नीरज गोस्वामी
- कोयल की कूक मोर का नर्तन कहाँ गया / नीरज गोस्वामी
- इधर यह ज़बाँ कुछ बताती नहीं है / नीरज गोस्वामी
- जब शुरू में रफ़्ता- रफ़्ता बोलता है / नीरज गोस्वामी
- कहाँ मर्ज़ी से अपनी ही कहानी हम बनाते हैं / नीरज गोस्वामी
- हजारों में किसी इक आध के ही ग़ैर होते हैं / नीरज गोस्वामी
- दबाना मत कि उसका, आँख से झरना ज़रूरी है / नीरज गोस्वामी
- ख़ौफ़ का ख़ंजर जिगर में जैसे हो उतरा हुआ / नीरज गोस्वामी
- सब को अपना हाल सुनाना, ठीक नहीं / नीरज गोस्वामी
- तुझे दिल याद करता है तो नग़्मे गुनगुनाता हूँ / नीरज गोस्वामी
- तू मचल कहकहे लगाने को / नीरज गोस्वामी
- भीड़ के संग भीड़ से कटके / नीरज गोस्वामी
- जो छुपाकर जहाँ से रक्खा है / नीरज गोस्वामी
- उलझनें उलझनें उलझनें उलझनें / नीरज गोस्वामी
- तुम नहीं साथ तो फिर याद भी आते क्यूँ हो / नीरज गोस्वामी
- दर्द दिल में मगर लब पे मुस्कान है / नीरज गोस्वामी
- सितम जब ज़माने ने जी भर के ढाये / नीरज गोस्वामी
- मजे की बात है जिनका, हमेशा ध्यान रखते हैं / नीरज गोस्वामी
- बात सचमुच में निराली हो गई / नीरज गोस्वामी
- सूखे पेड़ों पे फूल आते हैं / नीरज गोस्वामी
- तेरे आने का है असर शायद / नीरज गोस्वामी
- टूट कर भी आइने डरते नहीं / नीरज गोस्वामी
- वक़्त उड़ता-सा चला जाता है / नीरज गोस्वामी
- तेरे आँगन में जा बरसता हूँ / नीरज गोस्वामी
- देख कर फूल सहम जाता है / नीरज गोस्वामी
- ज्यों बादल बिन पानी प्यारे / नीरज गोस्वामी
- घाव जो देते वही उपचार की बातें करें / नीरज गोस्वामी
- दूरियां मत बढ़ा इस कदर / नीरज गोस्वामी
- साथ लेकर वो सलीबों को चला करते हैं / नीरज गोस्वामी
- डर रहा हूँ घर मेरा कमज़ोर है / नीरज गोस्वामी
- हर बशर ने आते - जाते उसको बस पत्थर दिए / नीरज गोस्वामी
- गुलों को चूम के जब से चली हवाएँ हैं / नीरज गोस्वामी
- दिल मिले दिल से फ़क़त इतना ज़रूरी है मियाँ / नीरज गोस्वामी
- तन्हाई में गाया कर / नीरज गोस्वामी
- आप आंखों में बस गए जब से/ नीरज गोस्वामी
- बोल कर सच ही जियेंगे जो कहा करते हैं / नीरज गोस्वामी
- झूम कर आई घटा घनघोर है / नीरज गोस्वामी
- गुलों को चूम के जब से चली हवाएँ हैं / नीरज गोस्वामी
- जिस शजर ने डालियों पर देखिए फल भर दिए / नीरज गोस्वामी
- दिल मिले दिल से फ़क़त इतना ज़रूरी है मियां/ नीरज गोस्वामी
- खुद से भी बतियाया कर / नीरज गोस्वामी
- दूरियाँ मत बढ़ा इस क़दर / नीरज गोस्वामी
- संजीदगी, वाबस्तगी, शाइस्तगी, खुद-आगही/ नीरज गोस्वामी
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