मिशनरी पादरी थे। उपनाम ' जानमधन ' और ' अधमजन ' के नाम से भी जाने जाते हैं । कवि लक्ष्मीनाथ परमहंस के शिष्य । उन्हीं से संस्कृत, हिन्दी और योग की शिक्षा प्राप्त की ।
जन्म
कृतियाँ
मुक्तिपदावली / जॉन क्रिश्चियन (ईसामसीह की पद्यमय जीवनी) और सत्यशतक / जॉन क्रिश्चियन (ईश्वर भक्ति, प्रेम और वैराग्य सम्बन्धी 116 भजनों का संग्रह)।