जापानी भाषा से सीधे भारतीय भाषाओं के साथ हाइकु का प्रथम परिचय कराने वाले जे.एन.यू. के पूर्व जापानी भाषा के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष प्रो० सत्यभूषण वर्मा (4.12.1932 - 13.01.2005) के बाद, जिन्हें भारत में हाइकु-सृजन को आन्दोलन का स्वरूप देने के लिए याद किया जाता है,