जन्म
13 दिसंबर 1973
शैशव नागपुर, पिपरिया, इलाहाबाद और बनारस में बीता। प्राथमिक से माध्यमिक तक की शिक्षा और संस्कारउत्तराखंड के एक सुदूरवर्ती गांव नौगाँवखाल में। बी.एस-सी. तथा एम.ए. हिंदी नैनीताल के राजकीय परास्नातक महाविद्यालय रामनगर से।
कविता
पहल, कथ्य-रूप, वागर्थ, इरावती, विपाशा, कृतिओर, नया ज्ञानोदय, हंस, कथादेश, अक्षर पर्व, परिवेश, प्रभात ख़बर, सहारा समय, राष्ट्रीय सहारा, अमर उजाला आदि पत्र-पत्रिकाओं में कविताएँ और अनुवाद प्रकाशित।
समीक्षाएँ
कुछ पुस्तकों ख़ासकर कविता संग्रहों पर समीक्षाएँ भी कीं। काले-सफ़ेद चित्राकंन में भी रूचि। पहल, आजकल, कथ्यरूप, उत्तार प्रदेश, पहाड़, कल के लिए आदि अनेक पत्रिकाओं में रेखांकन प्रकाशित। 1994 में एक काव्य-पुस्तिका तथा 2004 में पहला कविता-संग्रह इलाहाबाद से प्रकाशित। दूसरा संग्रह 'पृथ्वी पर एक जगह' ।
अनुवाद
विश्व-कविता से येहूदा आमीखाई, कू-सेंग, हंस मानूस एंजेंत्सबर्जर और टॉमस ट्राँसट्रोमर की कविताओं के अनुवाद। येहूदा के अनुवाद संवाद प्रकाशन से पुस्तक रूप में 'धरती जानती है' नाम से प्रकाशित। अनुवाद और काले-सफेद रेखांकन में भी रुचि।
पुरस्कार
2004 में प्रथम अंकुर मिश्र स्मृति पुरस्कार से सम्मानित।
2009 का लक्ष्मण प्रसाद मंडलोई सम्मान।
सम्पर्क
अलका होटल से ऊपर, गाँधी चौक, रानीखेत- 263 645
(उत्ताराखंड) /फोन-09412963674
e-mail : shirish.mourya@rediffmail .com
अभी उत्ताराखण्ड राज्य उच्च शिक्षा सेवा में प्राध्यापक तथा राजकीय स्नातकोत्तार महाविद्यालय रानीखेत में पदस्थापित। फिलहाल उत्तराखंड के नैनीताल शहर में कुमाऊं विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर हिंदी के पद पर कार्यरत। [www.anunaad.blogspot.com] ब्लॉगपत्रिका का सम्पादन।