Last modified on 19 मार्च 2012, at 09:09

प्रदूषण (हाइकु) / भावना कुँअर

(प्रदूषण)
आसमान में
काले सर्प-सा धुआँ
फन फैलाए

(आस)
छोड़ो ना तुम
 यूँ आस का दामन
 होगा सवेरा

(सफ़र)
जब भी मिली
 हमें तो सफ़र में
 धूप ही मिली

(आँधी )
तेज थी आँधी
टूटा गुलमोहर
सपनों –जैसा

(पतझर)
शर्माई लता
ढूँढती फिरे वस्त्र
पतझर में