बीत जाता है सफ़र
याद रह जाती है सफ़र की
जीप के पर्दों की तरह
फट-फट फड़-फड़ बजती
इस याद के सहारे कटते हैं
कितने ही सफ़र
पीछे सिर टिकाए
आँखें बंद किए
ज़िन्दगी के बचे-खुचे तमाम सफ़र
बीत जाता है सफ़र
याद रह जाती है सफ़र की
जीप के पर्दों की तरह
फट-फट फड़-फड़ बजती
इस याद के सहारे कटते हैं
कितने ही सफ़र
पीछे सिर टिकाए
आँखें बंद किए
ज़िन्दगी के बचे-खुचे तमाम सफ़र