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हाइकु 1-10/ भावना कुँअर

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1
तितली -दल
खोल डाले किसने
रंगों के नल।
2
चम्पा-चमेली
बतियाती रात में
दोनों सहेली।
3
डर से काँपे
जंगल की आग में
घिरा शावक।
4
बैठी चाँदनी
हाथ पे हाथ धरे
कुछ न करे।
5
घाटियाँ बोलीं
वादियों में किसने
मिसरी घोली?
6
भीगी थी घास
रोई ज्यों चुपके से
कल की रात।
7
बनाए कैसे
हवाओं पे बसेरा
नन्हीं चिड़िया।
8
पेटू चिड़िया
कुतर के ले गई
नन्हीं कलियाँ।
9
सफेद मोती
नाजुक लताओं पे
कौन पिरोती?
10
खूब नहाई
उतर के नदी में
नन्हीं किरण।

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