Last modified on 1 जून 2012, at 12:11

अयप्प पणिक्कर / परिचय

Dr. ashok shukla (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:11, 1 जून 2012 का अवतरण (' '''अयप्प पणिक्कर''' पणिक्कर मलयाली कविता में आधुनिक ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

अयप्प पणिक्कर

पणिक्कर मलयाली कविता में आधुनिक कविता के जनक माने जाते हैं। वे पहले कवि हैं, जिन्होंने मलयाली मेंपूर्ण यथार्थवादी, समसामयिक और रोज़मर्रा की बोलचाल में कविताई का साहस किया। वैसे तो पणिक्कर को अनुवाद करना मुश्किल है, पर रति सक्सेना ने यह कष्ट साध्य कार्य बखूबी किया है। उनकी बहुचर्चित लम्बी कविता 'कुरुक्षेत्र' मलयाली साहित्य में आधुनिक कविता का प्रवेशद्वार कही जाती है। केरल साहित्य अकादेमी, कबीर सम्मान, साहित्य अकादेमी पुरस्कार, भारतीय भाषा परिषद् पुरस्कार, कुमार आशान पुरस्कार आदि से सम्मानित।