प्रेम में
कईयों ने ख़ून से ख़त लिखे
कईयों ने लिखी कविताएँ
मैनें मैदान में दौड़ायी साइकिल
लगाया चक्कर
कई-कई बार
हैंडिल छोड़ के !
प्रेम में
कईयों ने ख़ून से ख़त लिखे
कईयों ने लिखी कविताएँ
मैनें मैदान में दौड़ायी साइकिल
लगाया चक्कर
कई-कई बार
हैंडिल छोड़ के !