Last modified on 5 जुलाई 2012, at 22:08

स्वागत / मुकुटधर पांडेय

अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:08, 5 जुलाई 2012 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मुकुटधर पांडेय }} {{KKCatKavita}} <poem> स्वागत, ...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

स्वागत, हे सुन्दर सुकुमार
आओ, हृदय-मार्ग से मेरे

            प्रियतम प्राणाधार
            आओ हे घनश्याम उदार

आओ, साथ उषा के आओ
किरणों के मिस कर फैलाओ
विकसित अमल-कमल बन जाओ

            पहनो मुक्ताहार
            आओ हे घनश्याम उदार

सरस बसन्तानिल सरसाओ
सावन घन-बनकर नभ छाओ
शरदाकाश-विलास दिखाओ

            चारु-चन्द्रिकागार
            आओ हे घनश्याम उदार

आओ भावसरित बन धाओ
हृदय स्थित सब कलुष बहाओ
तन-मन-नयन मध्य भर-जाओ

            मोहन छवि आधार
            आओ, हे घनश्याम उदार

समन्वय, 1920 में महाकवि निराला के आग्रह पर प्रकाशित