बनकर थेपड़ी,
छाणे
घुस गई वह
चूल्हे में
धिंगाणे।
अब सेकेगी,
फुलाएगी
गरमागरम फुलके
फिर बनकर राख
मांजेगी
जूठे बरतन सारे।
2005
बनकर थेपड़ी,
छाणे
घुस गई वह
चूल्हे में
धिंगाणे।
अब सेकेगी,
फुलाएगी
गरमागरम फुलके
फिर बनकर राख
मांजेगी
जूठे बरतन सारे।
2005